किसी बड़े पात्र में स्फटिक शिवलिंग को रखें और इसके ऊपर बेलपत्र और जल अर्पित कर पूजा अर्चना करें। कवच को नवरात्रि के दौरान अथवा शुक्रवार के दिन किसी भी शुभ नक्षत्र और योग में धारण करें। पुढील लेखात शिव अभिषेख ची अजून माहिती सादर करेन. सिंधु का अधूरा काम https://alexisz334dys8.digitollblog.com/profile