श्री वाराही कवचम् तुलसी बीजों को सहदेई के रस में पीस करके उक्त मन्त्र से अभिमन्त्रित करके तिलक लगाने से समस्त लोग सम्मोहित होते हैं। ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं अमुक ग्राह्यार्थे सर्व जगत् हितकारिणी सर्वदुःख निवारिणी सर्व व्याधि नाशिनी नमो नमः स्वाहा॥ विधि: शनिवार की रात्रि में इस मन्त्र का https://finnzoesi.affiliatblogger.com/87752299/the-definitive-guide-to-वश-करण-म-त-र-क-स-च-ह-ए